रायपुर 24 अगस्त 2023। छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन चुनावी मुहाने पर खड़े राजनीतिक दल और राजनेताओं का केंद्र बिंदु ईडी की कार्रवाई बनता जा रहा हैं। छत्तीसगढ़ में लगातार चल रहे ईडी की छापामार कार्रवाई को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने गुरूवार को दिल्ली में AICC मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार पर ईडी का बेजा इस्तेमाल कर विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने का गंभीर आरोप लगाया। मुख्यमंत्री बघेल ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये प्रजातांत्रिक ढंग से चुनाव नहीं लड़ना चाहते। राजनीति उद्देशय के लिए ईडी के छापों से सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा हैं।वहीं पूर्व सीएम डा.रमन सिंह ने इस पूरे मामले पर पलटवार करते हुए कहा कि कोयला,शराब और चावल में घोटाला करेंगे तो ईडी और आई.टी. आयेगी ही।
छत्तीसगढ़ में चुनावी बिगुल बज चुका हैं। लेकिन दूसरे राज्यों की अपेक्षा छत्तीसगढ़ की राजनीतिक फिजा थोड़ी बदली हुई हैं। यहां राजनीतिक दल सियासी मैदान में विकास और राजनीतिक वादो को छोड़ ईडी पर ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने में जुटे हुए हैं। मतलब साफ हैं चुनावी मुहाने पर खड़े छत्तीसगढ़ में इस बार बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए चुनावी मुद्दा ईडी ही बनता जा रहा हैं। एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनैतिक सलाहकार विनोद वर्मा और और ओएसडी सहित उनके करीबियों के ठिकाने पर ईडी के छापेमार कार्रवाई की थी। ईडी की इस कार्रवाई के बाद गुरूवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली पहुंचकर AICC मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार पर हमला बोला।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि उनके राजनैतिक सलाहकार विनोद वर्मा और उनके सहयोगियों पर ईडी के छापे छत्तीसगढ़ सरकार को बदनाम करने और दबाने की की कोशिश हैं। केन्द्र की मोदी सरकार पर सीएम बघेल ने निशाना साधते हुए कहा कि इनका मकसद यही है कि चलती हुई सरकार का काम रोका रोककर बाधित किया जाये, इन सारी कार्रवाईयों का मकसद सिर्फ राजनीतिक उद्देश्य हैं। ये प्रजातांत्रिक ढंग से चुनाव नहीं लड़ना चाहते। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दावा किया कि जितनी बार ये रेड डालेंगे, इनकी सीटें उतनी ही घटेंगी। सीएम बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंदेशा जताते हुए कहा कि सरकार के कामकाज को बाधित करने के लिए उनके करीबी लोगों के खिलाफ इस तरह और भी छापे मारे जाएंगे। सीएम बघेल ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले आईटी छापा डालती हैं।
उसके बाद ईडीछापा मारती हैं और अब कोर्ट में ईडी के अफसर सीबीआई जांच की मांग करते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यहीं नही रूके उन्होने आगे कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ की खदानों को अपने दोस्तों को देना चाहती हैं, लेकिन उनके आढ़े हम आ रहे हैं। इसलिए वो किसी भी सूरत में प्रदेश से कांग्रेस की सरकार को हटाना चाहती हैं। जिसके लिए ईडी और आई.टी. का सरकार इस्तेमाल कर छत्तीसगढ़ की सरकार पर दबाव बनाकर अस्थिर करना चाहती हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस ले रहे थे, उसी समय पूर्व मुख्ययमंत्री डा.रमन सिंह कोरबा के पाली-तानाखार विधानसभा में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। पाली में जनसभा के बाद जब मीडिया ने कांग्रेस के आरोपों पर डा.रमन सिंह से सवाल पूछा, तो उन्होने पलटवार करते हुए,कहा कि अगर पांच साल काम करते तो यहां ईडी नही आती। लेकिन कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश में शराब,कोयला और चावल में घोटाला किया, जब सरकार घोटाला करेगी,तो ईडी और आई.टी. तो आयेगी ही।