अंबिकापुर/बलरामपुर। सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर विकासखंड के ग्राम फूलीडूमर के तालाब में प्रकृति का अद्भुत नजारा देखने को मिला। यहां एक तालाब में उठा जल बवंडर तेजी से पानी को खींचते हुए करीब 100 मीटर ऊपर की ओर बढ़ा। इसके दायरे में आया एक पेड़ धराशायी हो गया। कुछ घरों के छप्पर उड़ गए। लोगों ने इसका वीडियो भी बनाया।
बनारस मार्ग पर उत्तरप्रदेश की सीमा पर बलरामपुर जिले का अंतिम ग्राम फूलीडूमर में एक तालाब है। सुबह तक सब कुछ सामान्य था। तालाब के आसपास किसान खेती में व्यस्त थे। उसी दौरान तेजी से तालाब में बवंडर उठा। देखते ही देखते यह पानी को लेकर ऊपर की ओर उठने लगा। तेज गति के कारण आसपास के पेड़ों की डंगाल टूट गई।यह जल बवंडर तेजी से आगे बढ़ा।
तालाब के पानी को जमीन से बादलों की ओर खींचे जाने का दृश्य देखकर लोग आश्चर्यचकित हो गए। ग्रामीणों के अनुसार यह तूफान लगभग 100 मीटर तक चला। इस दौरान बवंडर के चपेट में एक पेड़ भी आया जो गांव के पूर्व सरपंच शिवशंकर यादव के घर पर गिर गया।
मैनपाट में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
बता दें कि ऐसा ही नजारा कुछ वर्ष पहले मैनपाट में भी देखने को मिला था।
मौसम विज्ञानी एएम भट्ट ने बताया कि यह क्षेत्र प्रतिचक्रवाती होता है जो हवा को नीचे से ऊपर की ओर तेज घुर्णन के साथ खींचता है। यदि यह किसी जलराशि के ऊपर से गुजरता है तो वहां तेजी से जल बादलों की ओर चल पड़ता है।
इस प्रकार निर्मित जल बवंडर में पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के विरुद्ध इतनी अधिक ऊर्ध्वाधर गतिज ऊर्जा बनती है कि यह अपने मार्ग में आने वाले पेड़, मकान, वाहन आदि को ऊपर उठा सकता है और उन्हें विस्थापित कर सकता है।