बिलासपुर 26 नवंबर 2025। बिलासपुर में पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय में दसवीं कक्षा के छात्र की मौत के बाद छात्रों का गुस्सा भड़क गया है। विद्यायल में व्याप्त अव्यवस्था और लापरवाही को लेकर आज छात्र-छात्राओं ने स्कूल गेट के सामने विरोध-प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गये और कलेक्टर को मौके पर बुलाने की मांग करनें लगे। वहीं कलेक्टर संजय अग्रवाल ने इस घटना को गंभीर बताते हुए एसडीएम को जांच का निर्देश दिया है।
जानकारी के मुताबिक ये पूरा मामला मल्हार स्थित पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय का है। गौरतलब है कि नवोदय विद्यायल में कक्षा दसवीं के छात्र हर्षित यादव की मौत के बाद छात्रों ने इलाज में देरी और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। नाराज छात्र-छात्राओं का गुस्सा प्रबंधन के खिलाफ बुधवार को फूट पड़ा और नारेबाजी करते हुए सभी छात्र सड़क पर उतर आए। स्कूल प्रबंधन कुछ समझ पाता इस बीच स्कूल गेट के बाहर सभी छात्र धरने पर बैठ गये।
नाराज छात्रों ने बताया कि हर्षित की तबीयत बिगड़ने पर स्कूल प्रबंधन ने न तो समय पर उसका इलाज कराया और न ही एंबुलेंस की व्यवस्था की गई। समय रहते उसका इलाज होता तो उसकी जान बच जाती। लेकिन प्रबंधन की लापरवाही और मनमानी के चलते उसकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई। छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन की लापरवाही और समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण हर्षित की मौत हो गई। कलेक्टर को बुलाने की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं ने बताया कि हॉस्टल की हालत बहुत ही ज्यादा खराब है।
टॉयलेट टूटे हुए हैं, दीवारों में सीपेज है, पंखे चलते नहीं है और सफाई की व्यवस्था भी सही नहीं है। 500 छात्रों के लिए सिर्फ 3 सफाई कर्मचारी हैं। जिसके कारण हॉस्टल और शौचालयों में हमेशा गंदगी और बदबू रहती है। काफी देर तक नाराज छात्र कलेक्टर को स्कूल में बुलाने की मांग पर अड़े रहे। छात्रों ने अपनी तकलीफ बताते हुए कहा कि स्कूल में प्री-बोर्ड परीक्षा चल रही है। फिर भी उन्हें सड़क पर उतरकर विरोध करना पड़ रहा है।
इसलिए कलेक्टर को आकर स्कूल की स्थिति खुद देखनी चाहिए। नवोदय विद्यायल में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ छात्रों की नाराजगी आज खुलकर सामने आ गयी। वहीं बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने इस मामले को गंभीर बताया। कलेक्टर ने एसडीएम को जांच का निर्देश दिया है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि विद्यायल में छात्रों को उचित सुविधा मिलनी चाहिए। यदि विद्यालय में अनियमितता और लापरवाही पायी जाती है, तो विधिवत कार्रवाई की जायेगी







