बालाघाट,28 सितम्बर। गढ़ी थाना क्षेत्र के अंतर्गत पांडूतला टोल प्लाजा पर हुई सनसनीखेज डकैती की घटना का पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि 7 अन्य आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस ने लूटे गए 98 हजार रुपये नकद और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
टोल प्लाजा के मैनेजर वरुण प्रताप सिंह ने गढ़ी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि 19 सितंबर की रात करीब 8:30 बजे मुकेश सैय्याम, रंजीत साहू, सुदर्शन धुर्वे और संतोष धुर्वे दो ओवरलोड ट्रकों के साथ टोल प्लाजा पहुंचे। टोल शुल्क को लेकर उनका कर्मचारियों के साथ विवाद हो गया। आरोपियों ने गाली-गलौज करते हुए अधूरा भुगतान किया और ट्रकों को टोल से आगे निकाल लिया।
रात करीब 11 बजे रंजीत साहू अपने 11 अन्य साथियों के साथ टोल प्लाजा पर लौटा। सभी ने चेहरों पर मास्क लगाए हुए थे और हाथों में लाठी-डंडे थे। उन्होंने टोल बूथ पर जमकर तोड़फोड़ की, कांच, कंप्यूटर सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे और टोल प्लाजा की बोलेरो गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद कर्मचारियों के साथ मारपीट करते हुए बूथ पर रखे 1 लाख 13 हजार 400 रुपये नकद और दो मोबाइल फोन लूटकर फरार हो गए।
शिकायत के आधार पर गढ़ी थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आदर्श कांत शुक्ला और एसडीओपी करणदीप सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी गढ़ी भूपेंद्र पंन्द्रो के नेतृत्व में पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई की।
पुलिस ने टोल प्लाजा और आसपास के सीसीटीवी फुटेज के साथ तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण कर आरोपियों की पहचान की। इसके बाद विभिन्न ठिकानों पर दबिश देकर मुख्य साजिशकर्ता रंजीत साहू को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से गिरफ्तार किया गया। कड़ी पूछताछ में रंजीत साहू, गणेश साहू, मुकेश सैय्याम, अजय कोकड़िया और सुदर्शन धुर्वे ने अपराध कबूल किया। पुलिस ने इन पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और लूटे गए माल में से 98 हजार रुपये नकद और दो मोबाइल फोन बरामद किए।
पुलिस ने बताया कि इस डकैती में शामिल 7 अन्य आरोपी अभी फरार हैं। उनकी तलाश के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आदर्श कांत शुक्ला ने कहा कि शीघ्र ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।







