फरसगांव के ग्रामीणों के विकास की राह में रोड़ा बनी तमोरा नदी,

Tamora river became a hindrance in the path of development of the villagers of Farasgaon,

फरसगांव 27 अगस्त 2025 योगेश गोस्वामी / संवाददाता    आजादी के इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी कोंडागांव जिले के फरसगांव ब्लॉक के कई गांवों के लोग आज भी बुनियादी सुविधा से वंचित हैं। तमोरा नदी पर पुलिया नहीं होने से ग्रामीणों को बरसात के दिनों में छाती तक पानी पार कर अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ रही है।

ग्रामीणों ने बताया कि सरकार ने सड़कों का निर्माण तो किया, लेकिन पुलिया निर्माण को नजरअंदाज कर दिया। मिश्री से कोलेंगा गांव को जोड़ने वाली इस नदी को पार करना न सिर्फ खतरनाक है, बल्कि आसपास के 6-8 गांवों के लोगों के लिए रोज़मर्रा की मुश्किल बन चुका है। ग्रामीणों का सवाल है कि ‘‘क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रहा है?’’ आखिर कब जागेगा जिला प्रशासन
 

दुरी और समय का नुकसान

अगर उक्त नदी मे  पुलिया बन जाए तो उरंदाबेड़ा थाना और लैंप्स तक की दूरी केवल 5 किमी रह जाएगी, जबकि अभी बरसात में ग्रामीणों को 20 किमी का चक्कर लगाना पड़ता है। इससे न सिर्फ समय और ईंधन का नुकसान हो रहा है, बल्कि आपात स्थितियों—जैसे बीमार या गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने—में भी बड़ा जोखिम उठाना पड़ता है। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से शीघ्र पुलिया निर्माण की मांग की है। अब देखना होगा कि इन अंदरूनी इलाकों के लोग कब तक इस समस्या से राहत पा सकेंगे।