नक्सलियों के 16.50 लाख रुपये: नक्सली कर रहे थे पुलिस के खिलाफ प्लानिंग, जवानों को देख लाखों रुपये, हथियार व उपकरण छोड़ भागे

16,50 lakhs de rupias de los naxalitas: los naxalitas estaban planeando un ataque contra la policía, pero al ver a los soldados huyeron dejando atrás cientos de miles de rupias, armas y equipos.

गरियाबंद 17 अगस्त 2025। धमतरी और गरियाबंद जिले की सीमा पर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। गोबरा के जंगलों में सर्चिंग के दौरान नक्सली जवानों को देख भाग निकले और पीछे 16.5 लाख रुपए नकद, हथियार, विस्फोटक और नक्सली सामग्री छोड़ गए।

धमतरी-गरियाबंद बॉर्डर के गोबरा जंगल में जिला पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त सर्चिंग के दौरान नक्सलियों ने भागते हुए भारी मात्रा में नकदी और हथियार छोड़ दिए। मौके से करीब 16 लाख 50 हजार रुपए नकद बरामद हुए हैं। इसके अलावा हथियार, विस्फोटक, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और नक्सली वर्दी भी जब्त की गई है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, तलाशी अभियान के दौरान बरामद सामान में –

  • हैंड ग्रेनेड
  • देशी बीजीएल (बारूद गन लॉन्चर)
  • नक्सली वर्दी के 2 सेट
  • लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
  • डेटोनेटर और अन्य विस्फोटक सामग्री
  • 16 लाख 50 हजार रुपए नगद

ये सभी सामग्री नक्सलियों द्वारा हमले की तैयारी और संगठनात्मक गतिविधियों के लिए छिपाकर रखी गई थी।

धमतरी में आयोजित प्रेस वार्ता में रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा और धमतरी एसपी निखिल राखेचा ने इस पूरे अभियान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लगातार दबाव और सर्चिंग अभियान से नक्सली अब हताश हो रहे हैं और अपनी रणनीति बदलने को मजबूर हैं। इस कार्रवाई ने नक्सलियों की कमर तोड़ने का काम किया है।पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्यवाही से नक्सली संगठन को बड़ा नुकसान हुआ है। लाखों की नकदी और हथियारों के जब्त होने से उनके वित्तीय स्रोत और हमले की तैयारियों पर गहरा असर पड़ेगा। सुरक्षा बलों ने स्पष्ट किया कि आगे भी इसी तरह के सघन अभियान जारी रहेंगे ताकि नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म किया जा सके।

अधिकारियों ने बताया कि नक्सली सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहे थे। जवानों के करीब आने की जानकारी मिलते ही वे मौके से भाग खड़े हुए। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं होती, तो नक्सली विस्फोटक और हथियारों का इस्तेमाल कर सुरक्षा बलों पर बड़ा हमला कर सकते थे।