बालको की सफलता के पीछे आंकड़ों की सटीक योजना_
एल्यूमिनियम उत्पादन एक उच्च-सटीकता वाली प्रक्रिया है जो व्यापक रूप से आंकड़ों पर निर्भर करती है। बॉक्साइट की खुदाई से लेकर गुणवत्ता युक्त एल्यूमिनियम उत्पादों की कास्टिंग तक, उत्पादन की हर चरण में मजबूत सांख्यिकीय निगरानी और आंकड़ों का विश्लेषण एक आधारशिला की भूमिका निभाती है। राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर पर बालको मानता है कि आंकड़े केवल संख्या नहीं, बल्कि प्रचालन की गुणवत्ता, स्थिरता और दक्षता को लगातार बेहतर बनाने के साधन हैं।
बालको ने अपने सभी प्रचालन में सांख्यिकीय विश्लेषण को शामिल करते हुए रियल टाइम में डेटा मॉनिटरिंग को निर्णय लेने की प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा बनाया है। इससे कार्यों से जुड़े मानकों की निगरानी होती है, जिससे संसाधनों का अधिकतम उपयोग, उत्सर्जन में कमी और उत्पादन की गुणवत्ता सुनिश्चित हुई है।
धातु उत्पादन में निगरानी के महत्व को बताते हुए बालको के कर्मचारी करिवेदा श्रीकांत ने कहा कि डेटा मॉनिटरिंग मेरे दैनिक कार्य का एक अनिवार्य हिस्सा है। हम स्मेल्टर्स की मिनट-दर-मिनट निगरानी करते हैं ताकि पॉट रूम से होने वाला उत्सर्जन निर्धारित मानकों के भीतर रहे। यह सजगता हमें लगातार उत्सर्जन घटाने में मदद की है, जिससे एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित होता है।
बालको में कार्यरत प्रोसेस कंट्रोल प्रमुख अभिषेक पटेल कहते हैं कि पॉट रूम एक जटिल प्रणाली की तरह कार्य करता है। तापमान, वोल्टेज, कच्चे माल का इनपुट और धातु की शुद्धता जैसे महत्वपूर्ण मानकों की लगातार निगरानी करना आवश्यक है। यह हमें तकनीकी स्थिरता बनाए रखने और उच्च गुणवत्ता के साथ अधिकतम उत्पादन सुनिश्चित करने में मदद करता है।
डिजिटल तकनीक के माध्यम से प्रचालन को सरल बनाने की भूमिका पर चर्चा करते हुए डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, प्रमुख श्री नवदीप अग्रवाल ने बताया कि डेटा इंटीग्रेशन ने हमारे कार्य के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। रियल-टाइम एनालिटिक्स और प्रीडिक्टिव मेंटेनेंस की मदद से हमने न केवल फैसले लेने की गति बढ़ाई है, बल्कि मशीनों के ठप होने का समय भी घटाया है तथा उत्पादकता को बेहतर किया है। इससे बाजार की मांगों के प्रति हमारी प्रतिक्रिया भी अधिक सटीक और तेज़ बनी है।
निरंतर नवाचार और रणनीतिक आंकड़ों के उपयोग के माध्यम से बालको ने अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम किया है साथ ही उत्पादन की गुणवत्ता और दक्षता को भी बेहतर बनाया है। सांख्यिकीय विश्लेषण से प्राप्त सूचनाएं नीतिगत निर्णयों को दिशा देती हैं, जिससे अनुपालन, दक्षता और गुणवत्ता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचना संभव हो रहा है। यह सब एक मज़बूत निगरानी प्रणाली पर आधारित है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर पर बालको यह दोहराता है कि संख्याएं केवल रिकॉर्ड नहीं बल्कि सशक्त साधन हैं, जो संगठन को ‘शून्य हानि’, उत्कृष्ट संचालन और एक सतत राष्ट्र निर्माण की दिशा में अपने विज़न को साकार करने में सक्षम बनाती हैं।