दुर्ग 18 मई 2025।छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई स्थित सुपेला क्षेत्र में एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बांग्लादेशी दंपति को गिरफ्तार किया है। फर्जी दस्तावेजों के सहारे भारत में रह रहे शाहिदा खातून उर्फ ज्योति और मोहम्मद रासेल शेख के पास से पहले भी बांग्लादेशी पासपोर्ट जब्त हो चुके हैं। दंपति पर गंभीर आपराधिक पृष्ठभूमि के आरोप हैं। इस गिरफ्तारी से अवैध घुसपैठ और फर्जी दस्तावेज नेटवर्क को लेकर नए खुलासे की संभावना जताई जा रही है।
एसटीएफ दुर्ग ने सुपेला क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारकर दो बांग्लादेशी नागरिकों—शाहिदा खातून उर्फ ज्योति और उसके पति मोहम्मद रासेल शेख को गिरफ्तार किया। यह दंपति वर्ष 2009 में अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर मुंबई पहुंचे थे। साल 2017 से यह दोनों भिलाई के सुपेला इलाके में रह रहे थे। वर्ष 2020 में एक बार फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़े भी गए थे, लेकिन इसके बाद फिर से फर्जी पहचान पत्र बनवाकर उसी क्षेत्र में रहने लगे।
दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि आरोपी महिला शाहिदा खातून उर्फ ज्योति फर्जी नाम और पहचान के साथ भारत में निवास कर रही थी। उसका पति रासेल शेख आपराधिक प्रवृत्ति का है और लूट के एक मामले में भी नामजद आरोपी रह चुका है। दोनों से पहले ही बांग्लादेशी पासपोर्ट जब्त किए जा चुके हैं। ये दोनों अक्सर भारत-बांग्लादेश सीमा को तारों के नीचे से पार कर आने-जाने में माहिर थे।
पुलिस के अनुसार, दोनों के पास से फर्जी आधार कार्ड, राशन कार्ड और निवास प्रमाण पत्र भी मिले हैं। जांच में पता चला है कि दोनों ने भारत में शादी की थी और नेटवर्क के जरिए अन्य बांग्लादेशी नागरिकों को भी अवैध तरीके से दस्तावेज उपलब्ध कराने में मदद की थी।
नेटवर्क की जांच जारी:
विजय अग्रवाल ने बताया कि पूछताछ में इस बात के संकेत मिले हैं कि यह दंपति एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा है, जो भारत में घुसपैठ कराए जाने, फर्जी दस्तावेज बनवाने और शरण देने का काम करता है। पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में सुपेला क्षेत्र से एक अन्य बांग्लादेशी महिला पन्ना बीबी को भी गिरफ्तार किया गया था, जो दो वर्षों से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यहां रह रही थी। वह भी बांग्लादेश के खुलना जिले की रहने वाली थी।