रायपुर 25 फरवरी 2024। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज बिलासपुर में जहरीले पदार्थ से हुए 8 लोगों की मौत का मुद्दा भी उठा। बिलासपुर के लोफंदी गांव में हुए 8 लोगों की मौत का मुद्दा उठा। इस मामले में गृहमंत्री के वक्तव्य से नाराज कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। दरअसल बिलासपुर के लोफंदी गांव में 8 फरवरी को कई लोगों की मौत हो गई।
एक तरफ दावा जहरीली शराब का किया गया, तो दूसरी तरफ मादक पदार्थों का सेवन और फूड पॉइजनिंग बतायी गयी। आज इसी मुद्दे को विधानसभा में ध्यानाकर्षण के दौरान नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा मंत्री ने अपने वक्तव्य में बताया कि मछली खाने के बाद लोगों की तबीयत बिगड़ी थी, लेकिन अब तक शराब पीकर मरने वालों की रिपोर्ट नहीं आई।
सरकार सभी तथ्यों को छुपा रही है, सरकार अवैध शराब के धंधे करने वाले लोगों को बचा रही है। चरणदास महंत ने कहा शराब पीकर लोग मरे, लेकिन राज्य सरकार इसे स्वीकार नहीं कर रही है, आखिरी इसे स्वीकारने में क्या दिक्कत है। सरकार इस मामले की जांच तो करे। वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा लोगों की मौत कच्ची शराब पीने के कारण हुई है।
गांव वालों ने बताया कि कच्ची शराब बनती है, सरकार ने कच्ची शराब बनाने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं की। कांग्रेस विधायकों के इन आरोपों पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने वक्तव्य दिया, उन्होंने कहा 6 लोगों की मौत असमय होने की सूचना मिली थी। पुलिस सूचना से पहले अंतिम संस्कार कर दिया गया था, आकस्मिक मृत्यु की बात ग्रामीणों ने कही है।
कांग्रेस विधायकों द्वारा शराब से हुई मौत की बात कहने के बाद गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पहली बार छत्तीसगढ़ सरकार मादक पदार्थों के कारोबार से जुड़े लोगों की संपत्ति फ्रीज कर रही है। उन्होंने बताया बिलासपुर में 4 पुलिस वालों को नौकरी से टर्मिनेट कर डेढ़ करोड़ रुपए की संपत्ति फ्रीज की जा रही है। इसी तरह NDPS में 180 से ज्यादा प्रकरण बने है, मादक पदार्थों के कारोबार से जुड़े लोगों की लगभग 3 करोड़ रुपए की संपत्ति फ्रीज हो रही है।