रेखा गुप्ता होंगी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री, प्रवेश वर्मा डिप्टी CM और विजेंद्र गुप्ता विधानसभा स्पीकर बनेंगे

Rekha Gupta will be the new Chief Minister of Delhi, Pravesh Verma will become Deputy CM and Vijender Gupta will become the Assembly Speaker

दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों के 11 दिन बाद, आज शाम 7 बजे भाजपा विधायक दल की बैठक में दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का नाम घोषित किया गया है. सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में रेखा गुप्ता का नाम तय किया गया है.

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों के 11 दिन बाद, आज शाम 7 बजे भाजपा विधायक दल की बैठक में दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का नाम घोषित किया गया है. सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में रेखा गुप्ता का नाम तय किया गया है. 

आरएसएस ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसे भाजपा ने मंजूरी दे दी है. इसके अलावा, प्रवेश वर्मा को डिप्टी सीएम बनाने का निर्णय लिया गया है, जबकि विजेंद्र गुप्ता को विधानसभा स्पीकर बनाया जाएगा. 

विधायकों से बातचीत के बाद हुआ ऐलान

भा.ज.पा. के दोनों पर्यवेक्षक, रविशंकर प्रसाद और ओम प्रकाश धनखड़, पार्टी कार्यालय में विधायकों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर रहे हैं. इस चर्चा के बाद पार्टी ने अपने नेताओं के नामों का ऐलान किया.

मुख्यमंत्री की शपथ का कार्यक्रम

मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख तय हो चुकी है. गुरुवार (20 फरवरी) को दोपहर 12:35 बजे दिल्ली के रामलीला मैदान में रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगी. इस शपथ ग्रहण समारोह में मंत्रियों के शपथ लेने का भी कार्यक्रम रहेगा, जैसा कि दिल्ली के मुख्य सचिव द्वारा भेजे गए निमंत्रण में बताया गया है.

बीजेपी का जातिगत समीकरण

सूत्रों से जानकारी मिली है कि भाजपा दलित, पूर्वांचल और जाट समुदाय का एक सशक्त समीकरण बनाने की कोशिश कर रही है. यह भी बताया जा रहा है कि इस बार दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं. इस कार्यक्रम में लगभग 30 हजार मेहमानों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है. 

जेपी नड्डा का बयान

पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि मुख्यमंत्री का चयन निर्वाचित विधायकों में से किया जाएगा. इस बैठक में कैबिनेट मंत्रियों के नामों की घोषणा भी की जा सकती है. 

विधायकों के साथ अलग बैठकें

विधायक दल की बैठक से पहले, पर्यवेक्षकों ने विधायक प्रवेश वर्मा और सतीश उपाध्याय के साथ अलग-अलग बैठकें कीं. पर्यवेक्षक विधायकों से एक-एक करके बातचीत कर रहे हैं, ताकि अंतिम निर्णय लिया जा सके.

अब पार्टी के भीतर से नामों की पुष्टि होने के बाद, दिल्ली में नए सरकार के गठन का रास्ता साफ हो चुका है.