ग्रेटर नोएडा,22 जनवरी 2025 : गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्र मोहन श्रीवास्तव ने की अदालत ने प्रेमी के साथ मिलकर माता-पिता की हत्या करने वाली बेटी को मंगलवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही अदालत ने दोषी पर 46 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) रतन सिंह भाटी ने बताया कि अगस्त 2016 में बादलपुर के बंबावड़ गांव के रहने वाले वेद प्रकाश और उनकी पत्नी उकलेश की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप वेद प्रकाश की नाबालिग बेटी कोमल और उसके प्रेमी प्रमोद पर लगा था। प्रमोद गांव में ही इलेक्ट्रॉनिक की दुकान चलाता था। वेद प्रकाश की बेटी ने ही प्रेमी प्रमोद के साथ मिलकर माता-पिता और भाई-बहनों की हत्या की साजिश रची और वारदात को अंजाम दिया था। कोमल ने अपने तीन भाई-बहनों को भी जहर दिया था, लेकिन वह बच गए थे।
कोमल ने अपने प्रेमी प्रमोद के साथ मिलकर माता-पिता की हत्या कर शवों को नदी में बहा दिया था। कोमल ने लोगों को गुमराह करने के लिए गांव में फोन कर अपहरण की झूठी सूचना दी थी। पुलिस ने कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। कोर्ट ने कोमल को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
अदालत ने इस मामले में दो साल पहले दोषी प्रमोद को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। कोमल के चाचा ओमप्रकाश ने बादलपुर थाने में प्रमोद के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने जांच की तो चौना गांव के पास नदी से वेद प्रकाश का शव 8 अगस्त को बरामद हुआ था। इसके बाद रबूपुरा थाना क्षेत्र में मिले अज्ञात शव की पहचान उकलेश के रूप में हुई।
पुलिस ने प्रमोद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बाद 15 अगस्त 2016 को प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि मृतकों की बेटी ने अपने प्रेमी प्रमोद के साथ मिलकर अपने माता-पिता की हत्या की साजिश रची थी और झूठी खबर परिजनों को देकर अपहरण का नाटक किया था।
कोमल और उसका प्रेमी प्रमोद एक अगस्त 2016 की रात गाड़ी से माता-पिता को अपने साथ ले गए थे। वहां से गुजर रहे कोमल के चाचा ने उनसे पूछा था कि इन्हें कहां लेकर जा रहे हो तो कोमल ने कहा था कि पिता बीमार हैं। डॉक्टर के पास ले जा रहे हैं। छह अगस्त को कोमल ने चचेरे भाई के मोबाइल पर फोन किया और बताया कि प्रमोद ने मम्मी- पापा और भाई को कमरे में बंद कर रखा है और वह जैसे-तैसे करके वहां से निकली है और वह इस समय बीकानेर में है।