निगम प्रशासक का दायित्व संभालने के बाद कलेक्टर अजीत वसंत ने ली निगम अधिकारियों की पहली बैठक
कोरबा 10 जनवरी 2025 – कलेक्टर एवं नगर निगम कोरबा के प्रशासक अजीत वसंत ने आज निगम के अधिकारियों से कहा है कि वे शहर के विकास, जनसुविधाओं की बेहतरी व शासकीय योजनाओं के सफल संचालन की दिशा में टीम भावना के साथ कार्य करते हुए धरातलीय स्तर पर ठोस परिणाम प्राप्त करें। उन्होने कहा कि प्रगतिरत विकास व निर्माण कार्यो में गति लाएं, नवीन कार्यो के प्रस्ताव तैयार करें तथा शहर की साफ-सफाई व्यवस्था, पेयजल की निर्वाध आपूर्ति, सड़क रोशनी व्यवस्था, शहर सौदंर्यीकरण की दिशा में पूरी तत्परता व निष्ठा से कार्य करें।
कलेक्टर अजीत वसंत ने आज निगम प्रशासक का दायित्व संभालने के पश्चात निगम के मुख्य प्रशासनिक भवन साकेत स्थित सभाकक्ष में निगम आयुक्त श्री आशुतोष पाण्डेय व निगम अधिकारियों की पहली बैठक ली। उन्होने बैठक के दौरान निगम के विकास व निर्माण कार्यो, साफ-सफाई व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति व्यवस्था, सड़क रोशनी, उद्यान, स्थापना, राजस्व, संपदा, सम्पत्तिकर, प्रधानमंत्री आवास योजना, एन.सी.ए.पी., भवन अनुज्ञा, अतिक्रमण, एन.यू.एल.एम., एस.बी.एम., हितग्राहीमूलक योजनाओं, पेंशन व आर्थिक सहायता से जुड़ी योजनाओं सहित विभिन्न विषयों से जुडे़ कार्यो की जोनवार व योजनावार समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए।
विकास कार्यो में गति, निर्माण के नए प्रस्ताव
कलेक्टर अजीत वसंत ने निगम के विकास व निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रगतिरत विकास कार्यो में गति लाएं, कार्यो की गुणवत्ता पर ध्यान रखें तथा समयसीमा में कार्यो को पूरा करें। उन्होने कहा कि शहर के विकास व जनहित से जुडे़ नए विकास व निर्माण कार्ये के प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें, साथ ही जनहित से जुड़े ऐसे महत्वपूर्ण विकास कार्य जो निगम से संभव नहीं हो सकते, उन कार्यो का एनुअल प्लान, जिला खनिज न्यास संस्थान मद के अंतर्गत तैयार कराएं। उन्होने एन.सी.ए.पी. मद अंतर्गत स्वीकृत कार्यो की भी समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
पी.एम.ए.वाई. की समीक्षा
बैठक के दौरान कलेक्टर अजीत वसंत ने प्रधानमंत्री आवास योजना की कार्यप्रगति की समीक्षा की। उन्होने बी.एल.सी. घटक अंतर्गत स्वीकृत आवासगृह एवं पूर्ण तथा प्रगतिरत आवासगृहों की जानकारी लेते हुए प्रगतिरत आवासगृहों के निर्माण कार्या में तेजी लाने तथा समयसीमा में निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए। इसी प्रकार योजना की ए.एच.पी.घटक अंतर्गत निर्मित कराएं आवासगृहों के आबंटन एवं हितग्राहियों द्वारा लिए गए पजेशन की सघन जानकारी लेते हुए उन्होने निर्माणाधीन आवासगृहों में आवश्यकतानुसार मरम्मत व निर्माण कार्य करते हुए सभी आवासगृहों के आबंटन की दिशा में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
स्वच्छता, पेयजल, स्ट्रीट लाईट कार्यो की समीक्षा
कलेक्टर अजीत वसंत ने निगम के साफ-सफाई कार्यो, पेयजल आपूर्ति व्यवस्था व सड़क रोशनी व्यवस्था कार्य की समीक्षा की। उन्होने स्वच्छता कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि साफ-सफाई कार्यो में विशेष फोकस रखा जाए, कचरे का उचित प्रबंधन हों, सोर्स सेग्रीगेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होने निगम के सभी एस.एल.आर.एम. सेंटर्स में क्रेडा के समन्वयन बनाकर सोलर सिस्टम स्थापित कराए जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री वसंत ने जल आपूर्ति व्यवस्था कार्यो की समीक्षा करते हुए जल आपूर्ति इंफ्रास्ट्रक्चर, नल कनेक्शन, जल स्त्रोत आदि की विस्तार से जानकारी ली तथा शहर में निर्वाध जलापूर्ति के संबंध में अधिकारियों का मार्गदर्शन किया। उन्होने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में सोलर प्लांट की स्थापना के संबंध में भी आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।
निगम की राजस्व वृद्धि हेतु आवश्यक कदम उठाएं
कलेक्टर श्री वसंत ने निगम को विभिन्न मदां के अंतर्गत प्राप्त होने वाले राजस्व की बिन्दुवार समीक्षा की, उन्होने सम्पत्तिकर, समेकित कर, जलकर, शिक्षा उपकर, निर्यात कर, भवन दुकान किराया तथा इनसे प्राप्त होने वाले राजस्व की जानकारी लेते हुए वर्तमान वित्तीय वर्ष में अभी तक की गई राजस्व की वसूली एवं बकाया राजस्व की जानकारी ली तथा राजस्व वसूली हेतु आवश्यक कदम उठाने, पुराने व बडे़ बकायादारों की सूची बनाकर उन्हें नोटिस देने तथा नोटिस के पश्चात भी यदि बकाया कर राशि जमा नहीं कराई जाती तो नियमों के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
निगम के अन्य कार्यो की समीक्षा
कलेक्टर श्री वसंत ने निगम के स्थापना शाखा, लेखा शाखा से जुडे़ कार्यो , भवन अनुज्ञा, अतिक्रमण, वाहन आदि से जुडे़ कार्यो की समीक्षा की। उन्होने कहा कि कर्मचारियों के इन्क्रीमेंट, समयमान, वेतनमान, इलाज व्यय प्रतिपूर्ति, अनुकम्पा नियुक्ति आदि विषयों से जुडे़ प्रकरण समय पर निराकृत हों, यह सुनिश्चित करें। प्लेसमेंट कर्मचारियों, निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों के ई.पी.एफ. अनिवार्य रूप से जमा हों, इस पर कड़ी नजर रखें तथा जिन एजेंसियों द्वारा ई.पी.एफ. जमा नहीं किया जा रहा, उन पर कार्यवाही करें। उन्होने कहा कि नए अतिक्रमण पर कड़ी नजर रखें तथा अतिक्रमण करने की सूचना प्राप्त होते ही तत्काल कार्यवाही करें।