क्रिप्टोकरेंसी के शुरुआती दीवाने लास्जलो हनयेज ने मई 2010 में पापा जान से दो पिज्जा खरीदने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल किया था। उन्होंने डिजिटल मुद्रा से की गई पहली खरीदारी में 10,000 बिटक्वाइन या उस समय लगभग 40 डॉलर खर्च किए थे। आज यह यह इतिहास का सबसे महंगा डिनर बन गया है।
बुधवार को एक बिटक्वाइन की कीमत एक लाख डॉलर से अधिक हो गई, जो एक मील का पत्थर है। पहली बार बिटक्वाइन इस स्तर पर पहुंची है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति पद की जीत के बाद इसकी कीमत में लगातार तेजी आ रही है। निवेशकों को उम्मीद है कि ट्रंप सरकार क्रिप्टो के अनुरूप नीतियां बनाएगी।
यही वजह है कि क्रिप्टोकरेंसीज की कीमत में तेजी आ रही है। इस साल बिटक्वाइन की कीमत में 100 प्रतिशत तेजी आई है। ट्रंप की चुनावी जीत के बाद से चार सप्ताह में इसकी कीमत 45 प्रतिशत बढ़ी है। इसके साथ ही बिटक्वाइन का मार्केट कैप पहली बार दो ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गई है।
बिटकॉइन की छह अंकों की वृद्धि संस्थागत निवेश, बाजार की गति और नीति विकास सहित कई कारकों से प्रेरित है। अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रम्प के हालिया चुनाव ने क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आशावाद की लहर ला दी है। एलन मस्क को सरकारी दक्षता विभाग में और पॉल एटकिंस को नए एसईसी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए जाने के साथ, बाजार प्रो-क्रिप्टो नीतियों और सुधारों की उम्मीद कर रहा है।