मेरठ। यूपी के मेरठ में शनिवार शाम बड़ा हादसा हो गया। तीन मंजिला मकान के ढह जाने से 10 लोगों की मौत हो गई। कई लोगों के मलबे में दबे होने की खबर है। लगातार हो रही बारिश के दौरान शनिवार को लोहिया नगर क्षेत्र में बड़ा हादसा हो गया। लगभग 50 साल पुराना तीन मंजिला मकान भरभरा कर गिर गया। एक ही परिवार के 14 लोग और दर्जनों मवेशी मलबे के नीचे दब गए। हादसे के बाद एडीजी से लेकर जिले के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। महिलाओं और बच्चों समेत नौ लोगों के शवों को निकाला जा चुका है। इनमें साजिद (40) और उसकी पुत्री सानिया व रीजा और पुत्र साकिब समेत नौ लोगों की मौत हो गई।
जाकिर कॉलोनी गली नंबर सात में 90 साल की बुजुर्ग महिला नफो उर्फ नफीस का 300 गज में तीन मंजिला मकान है। बताया जाता है कि यह मकान लगभग 50 साल पुराना है। मकान के ग्राउंड फ्लोर पर नफो के बेटे डेयरी चलाते थे। जबकि, ऊपर की दो मंजिलों पर नफो के बेटे साजिद पत्नी सायमा और नईम पत्नी अलीशा 5 वर्षीय बेटी रिमशा, नदीम पत्नी फरहाना, 2 वर्षीय बेटा हमजा, शाकिर पत्नी साहिबा समेत 15 लोग रहते थे।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि शनिवार शाम करीब 4:30 बजे यह मकान अचानक भरभरा कर जमींदोज हो गया। तेज धमाके के साथ इलाके में हड़कंप मच गया। घटना के बाद मौके पर भीड़ जुट गई और चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। जानकारी के बाद थाना पुलिस से लेकर एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर, आईजी नचिकेता झा, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, डीएम दीपक मीणा और एसएसपी विपिन ताडा सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची।
पुलिस ने क्षेत्रवासियों की मदद से मलबे को हटाने का काम शुरू किया। संकरी गलियों के चलते जेसीबी और एंबुलेंस भी मौके पर नहीं पहुंच सकी। कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे लोगों को निकाला गया। साजिद की पत्नी सायमा को भी निकाला गया, जिसकी हालत अस्पताल में गंभीर बनी हुई है। साजिद (40) और उसकी दो पुत्री सानिया व रीजा और पुत्र साकिब समेत सात लोगों की मौत हो गई। सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया। बताया गया कि मलबे में नफो का पूरा परिवार और डेयरी में पलने वाले लगभग 30 से अधिक मवेशी दब गए। एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी थी। मरने वालों में साजिद (40) , साकिब (20) , सानिया (15) , रीजा (7), सिमरा (डेढ़ साल) ,. नफीसा (63) उर्फ नफ्फो, फरहाना का नाम शामिल है। 3 की शिनाख्त नहीं हो पाई है।