नारायणपुर 1 जुलाई 2024। नारायणपुर जिला में माओवादियों ने एक बार फिर एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने ग्रामीण को अगवा कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। गांव में दहशत फैलाने के लिए ग्रामीण की लाश को गांव के पास ही सड़क पर फेंक दिया गया। घटना की जानकारी के बाद गाव में दहशत व्याप्त है। हत्या की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश के पास से पर्चा बरामद किया है। जिसमें नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर होने की सजा देने की बात लिखी है।
जानकारी के मुताबिक नारायणपुर स्थित बांस शिल्प कॉलोनी में सन्नू उसेंडी निवास करता है। बताया जा रहा है कि रविवार की रात सन्नू उसेंडी की लहुलूहान लाश बटुमपारा चौक ओरछा में पड़ा मिला। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल पर लाश के पास से पुलिस ने माओवादियों द्वारा फेंके गये पर्चा मिला है। जिसमें ग्रामीण को बस्तर फाइटर का जवान बताने के साथ उसे पुलिस का मुखबिर होने के कारण मौत की सजा सुनाने की बात कही गई है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने के बाद इस घटना की जांच शुरू कर दी है। एसपी प्रभात कुमार ने इस हत्याकांड की पुष्टि की है। पुलिस ने ग्रामीण की हत्या के इस मामले में अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आपको बता दे कि इसके पहले भी नक्सली कई ग्रामीणों को पुलिस का मुखबिर बताकर हत्या कर चुके है। सुरक्षाबल के जवान लगातार जंगल में नक्सलियों का खात्मा कर रहे है। ऐसे में नक्सली काफी घबराये हुए है और अपनी दहशत कायम रखने के लिए निर्दोष ग्रामीणों की हत्या की वारदात को अंजाम दे रहे हैं।