CG : पेट्रोल पंप का मैनेजर ही निकला 14 लाख की लूट का मास्टर माइंड, वारदात को अंजाम देने कसाई और कार मालिक का लिया सहारा, पुलिस ने पकड़ा तो बोला……

The manager of the petrol pump turned out to be the mastermind of the robbery of 14 lakhs, he took the help of butcher and car owner to execute the crime, when caught by the police he said…

राजनांदगांव 29 मई 2024। राजनांदगांव जिला में पेट्रोल पंप मैनेजर से हुए 14 लाख रूपये की लूट का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस लूट की प्लानिंग करने वाले मास्टरमाइंड सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने खुलासा किया है कि इस पूरी वारदात का मास्टर माइंड कोई और नही बल्कि पेट्रोल पंप का मैनेजर ही था, जिसने लूट की घटना को अंजाम देने के लिए एक कसाई और कार के मालिक की मदद ली थी। मैनेजर की संदिग्ध गतिविधियों पर शक होने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर दिया। राजनांदगांव पुलिस ने इस फर्जी लूट की वारदात को 24 घंटे के भीतर सुलझाने में सफलता हासिल कर आरोपियों के कब्जे से 13 लाख 40 हजार रूपये जब्त की है।

गौरतलब है कि राजनांदगांव जिला में सोमवार की सुबह चिचोला चौकी क्षेत्र में लूट की वारदात घटित हुई थी। यहां घोरतालाब स्थित मारुति फ्यूल्स के मैनेजर राजाराम बिश्नोई ने पुलिस में 14 लाख रूपये की लूट की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। राजाराम बिश्नाई ने बताया था कि वह पेट्रोल पंप के पैसों का बैंक में जमा करने जा रहा था, तभी नकाबपोश कार सवार बदमाशों ने उसका रास्ता रोककर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। मैनेजर ने आरोपियों द्वारा चाकू से हमला करने की भी बात बतायी थी। दिनदहाड़े हुए इस लूट की वारदात के बाद पुलिस ने नाकेबंदी कर लुटेरों की तलाश कर रही थी।  वहीं पुलिस को मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने पीड़ित बने पेट्रोल पंप के मैनेजर के मोबाइल फोन का सीडीआर चेक कर आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये।

एडिशनल एसपी राहुल देव ने बताया कि घटना के दिन पेट्रोल पंप के मैनेजर राजाराम की गतिविध शुरू से ही संदिग्ध थी। जांच में पता चला कि पेट्रोल पंप से बैंक की 16 किलोमीटर की दूरी मैनेजर ने 40 मिनट में भी पूरा नही कर सका था। जबकि अमूमन उक्त दूरी को लोग महज 20 से 25 मिनट में पूरा कर लेते है। वहीं पुलिस की पूछताछ में मैनेजर द्वारा रास्तें में कही भी मोबाइल से बात करने पर इंकार जताया गया था। सीडीआर की जांच करने पर पता चला कि उसने वारदात के बाद एक लड़की से करीब 2 हजार सेकेंड मोबाइल पर बात किये थे।  पूरा मामला संदेहास्पद लगने पर पुलिस ने राजाराम बिश्नोई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी से सख्ती के साथ पूछताछ करने के बाद भी उसने अपना मुंह नही खोला था। लेकिन जब पुलिस ने आरोपी को उसकी प्रेमिका का खुलासा पत्नी के सामने करने की बात कही, तब वह टूट गया।

बताया जा रहा है कि इसके बाद मैनेजर ने इस वारदात में शामिल सोमेश सिन्हा और मोनू खान के शामिल होने की जानकारी दी गयी। पुलिस की पूछताछ में आरोपी राजाराम ने बताया कि वह अक्सर एक दो दिन की आड़ में पेट्रोल पंप के पैसों को बैंक में जमा कर दिया करता था।  लेकिन पैसों पर उसकी नियत खराब हो गयी थी। जिसके बाद उसने करीब एक सप्ताह तक पेट्रोल पंप के पैसों को बैंक में जमा न कर मोटी रकम पहले तैयार किया गया। करीब 14 लाख रूपये कैश जमा होने के बाद उसने इस लूट कांड की प्लानिंग कर वारदात में सहयोग के लिए स्वीफ्ट कार के मालिक सोमेश सिन्हा और चिकन सेंटर के कसाई मोनू खान को इस प्लान में जोड़ लिया। आरोपी के बताये मुताबिक दोनों ने कार से उसका रास्ता रोककर पैसा लूटने के बाद बड़े ही इत्मीनान से कसाई मोनू खान ने चाकू से उस पर हल्का वार कर फरार हो गये थे। इस खुलासे के बाद पुलिस ने सोमेश सिन्हा और मोनू खान को गिरफ्तार कर आरोपियों के कब्जे से 13 लाख 40 हजार रूपये नगद और वारदात में प्रयुक्त कार और चाकू जब्त कर लिया है।

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