रायपुर 9 मई, 2024 ।प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने हेतु स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज मंत्रालय महानदी भवन में विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश जारी किए हैं।
श्री जायसवाल ने प्रदेश के सभी अस्पतालों में दवाइयों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए पर्याप्त मात्रा में दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है की प्रदेश की जनता को सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयों के लिए सभी जिला अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले जायेंगे तथा जनहित में आवश्यक उपकरणों की खरीदी सीजीएमएससी के अलावा जैम पोर्टल से भी की जा सकेगी।
श्री जायसवाल ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है की प्रदेश के सभी अस्पतालों में टीबी की दवाइयां उपलब्ध कराये एवं शासकीय अस्पतालों के अधूरे निर्माण कार्य जल्द ही सीजीएमएससी के माध्यम से पूर्ण किए जाएं।
विभागीय अधिकारी करेंगे हर सप्ताह 3 अस्पतालों का निरीक्षण
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विभाग के सभी बड़े अधिकारियों को हर सप्ताह 3 अस्पतालों के निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है की वे आयुष्मान भारत योजना एवं शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत मरीजों को शत प्रतिशत मिलने वाले लाभ को सुनिश्चित करें।
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान खोलने के लिए की जाएगी पहल
श्री जायसवाल ने कहा है की प्रदेश में आयुर्वेद के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है, मरीजों के हितों को देखते हुए रायपुर में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान खोलने की पहल की जाएगी और इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेजा जाएगा।
श्री जायसवाल ने स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए इनोवेशन स्कीम्स, ड्रोन डिलीवरी जैसी योजनाओं को बढ़ावा देने की बात कही है ताकि दूरस्थ क्षेत्रों में भी त्वरित और उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, विशेष सचिव चंदन कुमार, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ऋतुराज रघुवंशी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंध संचालक जगदीश सोनकर, आयुष की प्रबंध संचालक इफ्फत आरा तथा सीजीएमएससी की प्रबंध संचालक पद्मिनी भोई उपस्थित थीं।