कुशलता पूर्वक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर निर्वाचन कार्य में दें अपनी सहभागिता: प्रेक्षक श्री प्रेम सिंह मीणा

Participate in the election work by efficiently discharging responsibilities: Observer Shri Prem Singh Meena

निर्वाचन कार्यों में सहभागिता देना बड़े ही गर्व का विषय: कलेक्टर

माइक्रो आब्जर्वरों को निर्वाचन कार्य का दिया गया प्रशिक्षण

कोरबा विधानसभा के संवेदनशील मतदान केंद्रों में महिला माइक्रो ऑब्जर्वर की गई है नियुक्ति
कोरबा 25 अप्रैल 2024/ लोकसभा निर्वाचन 2024 को सकुशल, पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन कार्य हेतु नियुक्त किए गए माइक्रो ऑब्जर्वर को सामान्य प्रेक्षक श्री प्रेम सिंह मीणा एवं कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अजीत वसंत की उपस्थिति में मास्टर ट्रेनर डॉ एम. एम. जोशी द्वारा आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में प्रशिक्षण दिया गया। ट्रेनिंग में माइक्रो ऑब्जर्वर को निर्वाचन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई एवं उन्हें चुनाव कार्य  सुचारू रूप से संचालन हेतु अपने दायित्व का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के निर्देश दिए गए। इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री संबित मिश्रा, निगमायुक्त श्रीमती प्रतिष्ठा ममगाई सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी एवं माइक्रो ऑब्जर्वर उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रेक्षक श्री मीणा ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग का उद्देश्य निर्वाचन की प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना है। आप सभी की ड्यूटी माइक्रो आब्जर्वर के रूप में लगाई गई है। इस हेतु आप सभी कुशलता पूर्वक सौपें गए जिम्मेदारियों का आपसी समन्वय से निर्वहन कर निर्वाचन कार्य में सहभागिता प्रदान करें।


कलेक्टर श्री वसंत ने कहा कि निर्वाचन कार्यों में सहभागिता देना बड़े ही गर्व का विषय है। इस हेतु आप सभी प्रशिक्षण में निर्वाचन से संबंधित अपने दायित्वों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सौंपे गए दायित्व का पूर्ण निष्ठा के साथ निर्वहन करें। उन्होंने बताया की लोकसभा निर्वाचन 2024 के अंतर्गत जिले के कोरबा विधानसभा में निर्वाचन संपन्न कराने की पूरी जिम्मेदारी महिला मतदान कर्मियों को सौपीं गई है। जिले के चिन्हित 70 से अधिक संवेदनशील पोलिंग बूथ हेतु माइक्रो ऑब्जर्वर की ड्यूटी लगाई गई है। जिनमें कोरबा विधानसभा के 61 मतदान केंद्र शामिल है। इन मतदान केंद्रों में महिला माइक्रो ऑब्जर्वर की ही नियुक्ति की गई है। कलेक्टर ने महिला माइक्रो ऑब्जर्वर का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आपका कार्य मतदान प्रकिया का सूक्ष्म निगरानी करना है। मतदान दिवस को पोलिंग बूथ में सबेरे होने वाले मॉकपोल सहित मतदान की पूरी प्रक्रिया का सूक्ष्म अवलोकन करना है। साथ ही नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर तत्काल उच्च अधिकारी को सूचित करना है। उन्होंने बताया कि दिनभर की सभी गतिविधियों को संबंधित प्रपत्र में संधारित करते हुए पीठासीन पदाधिकारी के साथ-साथ अन्य मतदान कर्मियों से भी जानकारी लेते रहना है।
प्रशिक्षण में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर डॉ. एम.एम.जोशी ने मतदान दिवस को माइक्रो आब्जर्वर द्वारा किये जाने वाले कार्यों के विषय में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही माइक्रो आब्जर्वर्स को 18 विभिन्न बिंदुओं में दी जाने वाली फीडबैक रिपोर्ट के बारे में अवगत कराया। इसमें माइक्रो ऑब्जर्वर का नाम, पदनाम, आवंटित मतदान केन्द्र का नाम व नंबर, मतदान केन्द्र पर पहुंचने का दिनांक एवं समय, पीठासीन अधिकारी का नाम, कुल मतदाताओं की सूची, बनावटी मतदान समय, चुनाव प्रारंभ होने का समय, मतदान केन्द्र में सेक्टर अधिकारियों का भ्रमण मतदान केन्द्र में किसी प्रकार की हिंसा व वाद-विवाद की स्थिति, हर दो घंटे में मतदान प्रतिशत की जानकारी, मतदान दिवस में शाम 5 बजे पंक्तिबद्ध खड़े मतदाताओं की संख्या, शाम 5 बजे के बाद वोट डाले गए मतदाताओं की संख्या तथा वहां मतदान का प्रतिशत आदि के बारे में अवगत कराया गया।
    प्रशिक्षण कार्यक्रम में माइक्रो आर्ब्जवरों को मतदान स्थल पर तैयारी ईव्हीएम, बैलेट यूनिट, मतदान दल के पीठासीन अधिकारी एवं अन्य मतदान अधिकारियों के कार्य, मतदाता पर्ची, मतपत्र लेखा तथा मॉकपोल, वीवीपैट में 50 वोट मॉक पोल कराने की कार्यवाही के पश्चात सीआरसी, सीलिंग की कार्यवाही, डाक मतपत्र, आदि की प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया गया । इनमें कहीं भी किसी प्रकार की त्रुटि व कमी के बारे में तत्काल जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया।

पीठासीन पदाधिकारी की डायरी में समस्त गतिविधियां होंगी दर्ज
मास्टर ट्रेनर डॉ. जोशी ने उपस्थित माइक्रो ऑब्जर्वर को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि मतदान केंद्र में  मॉक पोल के दौरान मतदान अभिकर्ता की उपस्थिति/अनुपस्थिति पर नजर रखनी है। प्रत्येक घंटे में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और मतदाता रजिस्टर से आंकड़े का मिलान करते रहेंगे, ताकि मतदान की स्थिति स्पष्ट होती रहे। उन्होंने बताया कि केंद्र में मतदाता परिचय पत्र से कितने मतदाताओं ने वोट दिया और एएसडी सूची से कितने मतदाताओं ने वोट दिया, इसका अवलोकन करना है। साथ ही पीठासीन पदाधिकारी की डायरी में समस्त गतिविधियां दर्ज हों यह भी सुनिश्चित करना है। प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर द्वारा उपस्थित माइक्रो ऑब्जर्वर को ईवीएम मशीन का  डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से तकनीकी जानकारी भी प्रदान की गई।

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