कोरबा। माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर ने परीक्षार्थियों को पास करने संबंधी फोन कॉल से सचेत किया है।
बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे विद्यार्थियों और उनके पालकों के मोबाइल पर फोन कर डराया जा रहा है कि उनका पेपर बिगड़ गया है और बच्चे फेल जाएंगे। ठग की तरफ से 10 हजार रुपए तक की डिमांड की जा रही है।
लेकिन सवाल यह उठता है कि परीक्षा की गोपनीयता और परीक्षार्थियों की पहचान से जुड़े डाटा चोरी कैसे हो रहे हैं। परीक्षार्थियों के मोबाइल नंबर स्कूल से माध्यमिक शिक्षा मंडल के बीच दलालों तक कैसे पहुंच गए।
शिक्षक संस्कार श्रीवास्तव ने स्कूलों के माध्यम से परीक्षार्थियों के मोबाइल नंबर दलालों तक पहुंचने की घटना को असामान्य बताते हुए इसकी जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन से लेकर रिजल्ट की घोषणा होते तक संपूर्ण प्रक्रिया बेहद गोपनीय रखी जाती है। वहीं मूल्यांकन कर्ताओं के नाम मोबाइल नंबर और संपूर्ण जानकारी भी माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा गोपनीय रखते हुए किसी भी तरह से इस कार्य को बेहद संवेदनशील माना जाता है। वैल्यूएशन सेंटर में सीसीटीवी के माध्यम से एक-एक वेलवर पर निगाह रखी जाती है। ऐसी स्थिति में स्कूल और माशिमं के बीच परीक्षा को लेकर होने वाली ऑनलाइन और ऑफलाइन कागजी प्रकिया का लीक होना चिंता का विषय है। इस तरह से परीक्षार्थियों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक नहीं होने चाहिए। माशिमं सचिव प्रोफेसर व्हीके गोयल से संपर्क कर एतराज जताया है।