कोरबा/महाशिवरात्रि का महापर्व देश भर में मनाया जाता है।हिन्दू पंचांग के अनुसार, यह पर्व हर साल फाल्गुन माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष महाशिवरात्रि 8 मार्च दिन शुक्रवार को है।यह पावन पर्व भगवान शिव को समर्पित है।महाशिवरात्रि का महापर्व स्वयं परमात्मा के सृष्टि पर अवतरित होने की याद दिलाता है।
इसी तारत्मय में महाशिवरात्रि के महापर्व पर कोरबा जिले के साथ साथ पूरे छत्तीसगढ़ और आस पास के राज्य के आस्था का केंद्र छत्तीसगढ़ के बाबा धाम कहे जाने वाले भगवान शिव की नगरी कनकेश्वर धाम कनकी में सात दिवसीय महामेले का आयोजन होगा। जिसके लिए कनकेश्वर धाम कनकी में महाशिवरात्रि मेले की तैयारियां जोर सोर से चल रही है। कनकेश्वर महादेव मंदिर की साफ सफाई में समिति के सदस्य और शिव भक्त जूट हुए हैं। पूरे मंदिर को रंग रोगन कर आकर्षक तरीके से सजाया जा रहा है। मेला परिसर की साफ सफाई लगभग पूरी हो चुकी है।युवा संगठन कनकेश्वर सेवा समिति सहित मंदिर व्यवस्थापक समिति मेले के आयोजन की विशेष तैयारियां कर रहे हैं।
कनकेश्वरधाम कनकी में 8 मार्च महाशिवरात्रि पर्व के दिन मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी भव्य महामेले का आयोजन होगा। कनकेश्वर महादेव के दर्शन एवं जलाभिषेक के लिए क्षेत्र सहित पड़ोसी जिले से एवं पड़ोसी राज्य से हजारों की संख्या में लोग यहां आएंगे। महाशिवरात्रि महामेला को सफल बनाने के लिए ग्राम के युवा संगठन कनकेश्वर सेवा समिति जी-जान से लगे हुए हैं। उनके द्वारा प्रतिवर्ष मंदिर में आए दर्शनार्थियों का सहयोग किया जाता है, पानी की व्यवस्था की जाती है। भीड़ को नियंत्रित करने में उनकी भूमिका अहम होती है एवं लोगों की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए संबंधित थाना सहित जिलाधीश को आवेदन प्रेषित किया जा चुका है। मेले में सिनेमा, सर्कस एवं झूले की जगह को सुरक्षित रखा गया है। महाशिवरात्रि महामेला 7 मार्च मध्यरात्रि से 13 मार्च तक चलेगा। मेला समिति द्वारा दुकान, होटल एवं स्टॉल लगाने के लिए जगह आवंटित किया जा रहा है। ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार से कोई परेशानी ना हो।
युवा संगठन कनकेश्वर सेवा समिति और मंदिर प्रबन्धन समिति आस पास के सभी क्षेत्र वासियों से विनम्र अपील करते हैं अधिक से अधिक संख्या में पधार कर कनकी में बने ऐतिहासिक मंदिर में विराजे भगवान स्वयँभू में आस्था और श्रद्धा पूर्वक जल अर्पित कर दर्शन लाभ ले कर पूण्य के भागी बनें। और कनकेश्वर धाम कनकी में लगे महा मेले का आनंद लें।