सरकार द्वारा किसानों को बकाया बोनस राशि के वितरण से जिले के किसान परिवार में छाई खुशहाली

किसानों ने सहृदय प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद

कोरबा 27 दिसंबर 2023/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में शासन द्वारा किसानों को दो साल के धान खरीदी की बकाया बोनस राशि प्रदान करने से राज्य के किसानों के चेहरे में प्रसन्नता छाई है। सरकार बनते ही पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर प्रदेश सरकार ने अपना किया वादा पूरा किया है। यह बोनस किसानों के लिए बड़ी सौगात लेकर आया है। बोनस राशि मिलने से कोरबा जिले के किसान प्रफुल्लित होकर छत्तीसगढ़ सरकार के जन कल्याणकारी निर्णय के प्रति कृतज्ञता प्रकट कर रहे हैं।
इसी कड़ी में जिले के ग्राम रंजना के रहने वाले किसान श्री टंकेश्वर प्रसाद ने प्रदेश सरकार के किसान हितैषी निर्णय पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हर किसान परिवार की अलग सी जरूरतें होती है और इस बोनस राशि का उपयोग से सभी किसान अपना नए घर बनाने, घर की मरम्मत, बच्चों की शिक्षा, कृषि कार्य, परिवार के सदस्यों की आवश्यकताओं की पूर्ति एवं अन्य जरूरी सामान खरीदने में कर पाएंगे। किसानों की आवश्यकताओं को पूरा करने में यह राशि मददगार साबित होगी। उन्होंने बताया कि बकाया बोनस के रूप में उनके खाते में 01 लाख 89 हजार 600 रुपए प्राप्त हुए है, जिसकी उन्हें उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह सब मोदी के गारंटी के कारण ही संभव हो पाया है। इस राशि के उपयोग से वे अपने परिजनों की आवश्यकताओं की पूर्ति करने एवं कृषि उपज बढ़ाने में करेंगे। किसान टंकेश्वर ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को सहृदय धन्यवाद दिया।
इसी प्रकार ग्राम मुढ़ाली निवासी श्री संतोष सिंह कहते हैं कि सरकार ने दो वर्ष का लम्बित बोनस राशि देकर किसानों को बहुत बड़ी सौगात दी है, जिससे किसानों के परिवार में खुशहाली आई है। दो वर्ष के धान विक्रय की बोनस का उन्हें 01 लाख 37 हजार 40 रुपए मिला है। उन्होंने बताया कि बोनस राशि का उपयोग वे उन्नत खेती अपनाकर फसलों की पैदावार बढ़ाने में करेंगे। साथ ही जल्द ही अपने कृषि भूमि में बोर खनन कर रबी फसल एवं साग-सब्जी का उत्पादन करेंगे, जिससे उनके परिवार की आय और बढ़ेगी। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार के किसान हितैषी निर्णय के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति कृतज्ञता प्रकट किया।