एनटीपीसी कोरबा में हर्षोल्लास से मनाया गया 75वां गणतंत्र दिवस

75th Republic Day celebrated with enthusiasm at NTPC Korba

कोरबा/हर वर्ष की तरह इस वर्ष का गणतंत्र दिवस बड़े उत्साह और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया।

1950 में भारतीय संविधान लागू हुआ था । इस वर्ष, गणतंत्र दिवस का थीम भारत- लोकतंत्र की जननी है।

इस दिन ने भारत को एक नवगठित गणतंत्र और एक स्वतंत्र देश में बदल दिया। यह एक ऐसा दिन है जो हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और उन मूल्यों न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की याद दिलाता है । यह भारत की एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापना का प्रतीक है ।

एनटीपीसी कोरबा में दिनांक 26.01.2024 को 75वाँ गणतंत्र दिवस देशभक्ति की भावना से,धूमधाम से मनाया गया

महान राष्ट्रीय आयोजन गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर समारोह का शुभारम्भ श्री मधु एस, परियोजना प्रमुख (एनटीपीसी कोरबा) द्वारा ध्वजारोहण करके किया गया और इस दौरान सामूहिक राष्ट्रगान और एनटीपीसी गीत गायन किया गया। तत्पश्चात् मुख्य अतिथि एवं सी.आई.एस.एफ. के जवानों द्वारा तिरंगे को सलामी दी गयी। साथ ही मुख्य अतिथि द्वारा परेड ग्राउंड का निरीक्षण किया गया।

इसके उपरांत इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक महोदय ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए एनटीपीसी एवं कोरबा परियोजना की विशेष उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी कोरबा के यूनिट-1 और यूनिट-2 ने क्रमशः अगस्त 2023 और जनवरी 2024 में वाणिज्यिक संचालन के 40 वर्ष पूरे किए, कोरबा पीएलएफ % पिछले तीन वर्षों से एनटीपीसी स्टेशनों में प्रथम स्थान पर है और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कोरबा पीएलएफ% (90.51) संयुक्त उद्यमों को छोड़कर एनटीपीसी स्टेशनों में प्रथम है और भिलाई के बाद भारत में दूसरे स्थान पर है। साथ ही उन्होंनें यह भी कहा कि हमारे लिए यह खुशी की बात है कि हमारी कम्पनी एनटीपीसी की आज 73 गीगावॉट से अधिक की स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनी बनने की ओर अग्रसर है और 2032 तक विविध ईंधन मिश्रण के साथ 130 गीगावॉट और उत्पादन के मामले में 600 बीयू कंपनी बनने का लक्ष्य रखती है।

उन्होंनें जोर देते हुए बताया कि एनटीपीसी कोरबा परियोजना पर्यावरण संरक्षण, सुरक्षा तथा स्क्रैप निपटानका विशेष ध्यान रखती है।

उन्होंने बताया कि नैगम सामाजिक दायित्व के तहत कोरबा जिले के सुदूर वन क्षेत्रों में रहने वाले बालक-बालिकाओं को तीरंदाजी प्रतिभा हेतु कौशल विकास कार्यक्रम प्रदान किया जा रहा है, एनटीपीसी सीएसआर कोरबा एवं मैत्री महिला समिति के संयुक्त तत्वाधान में परियोजना प्रभावित/आसपास के गांव चारपारा, कोहड़िया एवं जमनीपाली, इंदिरा नगर में चिकित्सा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है, एनटीपीसी सीएसआर कोरबा ने परियोजना प्रभावित/आसपास के गांवों के निवासियों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए एक मोबाइल स्वास्थ्य क्लिनिक (मोबाइल स्वास्थ्य सेवा) की व्यवस्था की है, जिसमें अब तक लगभग 26000 लोग लाभान्वित हुए हैं, जिनमें पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल हैं शामिल हैं, एनटीपीसी सीएसआर कोरबा द्वारा अगरखार एवं लाता में सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य एवं गोपालपुर सामुदायिक भवन एवं मेडिकल सेंटर का मरम्मत कार्य कराया गया। दर्री में तालाब का जीर्णोद्धार तथा चारपारा कोहड़िया में पंचायत भवन एवं चिकित्सा केन्द्र का मरम्मत कार्य प्रगति पर है, इत्यादि।

तत्पश्चात् मुख्य अतिथि श्री मधु एस एवं सभी महाप्रबंधक गण, अन्य विशिष्ट अतिथियों तथा मैत्री महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती मधुमती राव, एवं समिति के सदस्याओं, यूनियन व एसोशिएशन के प्रतिनिधियों द्वारा हर्ष एवं उल्लास के प्रतीक गुब्बारे को आसमान में विमोचित किया।

इसी सत्र में नैगम सामाजिक दायित्व के तहत एन.एफ.एन. आर. डी. सी एवं मैत्री महिला समिति के अंतर्गत कृत्रिम अंग का वितरण किया गया।

इसी सत्र में सी.आई.एस.एफ. के जवानों तथा स्कूल के बच्चे द्वारा परेड भी किया गया। सी.आई.एस.एफ. ने हाई प्रेशर फोम जेट स्प्रे का भी प्रदर्शन किया।

तत्पश्चात् विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को ‘‘मेरीटोरियस’’ अवार्ड से सम्मानित किया गया तथा एनटीपीसी कोरबा के कर्मचारियों को अन्य विभिन्न पुरस्कार भी प्रदान किये गये।
समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत केन्द्रीय विद्यालय, डीपीएस, बाल भवन, टैइनी कौतेज और शिशु मंदिर के के छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति से प्रेरित सामूहिक नृत्य एवं गीत प्रस्तुत किए गए।

इसी क्रम में एनटीपीसी कोरबा अस्पताल में भी सभी मरीजों को फल वितरित किये गये।
विकास भवन में महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री अर्नब मैत्रा द्वारा ध्वजारोहण कर कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ दी।