चलना जरा संभलकर:बैतूल-परतवाड़ा मार्ग पर ताप्ती खेड़ी घाट में मिट्टी धंसकने से सड़क पर गिर रहे पेड़, संकरे रास्ते पर वाहन चालकों के लिए दोहरी मुसीबत
खेतड़ी मोड़ से निकलने वाले खेतड़ी, छावनी व भूदोली मार्ग पर सडक़ किनारे दोनों तरफ खड़े सूखे पेड़ हादसे को आमंत्रण दे रहे है।
सड़क किनारे ढाबों में खड़े रहने वाले ट्रकों से होते हैं हादसे
अगर आप नेशनल हाईवे पर सफर कर रहे हैं तो कोखराज से लेकर सैनी कोतवाली तक संभल कर चलिए। हाईवे किनारे ढाबों पर खड़े ट्रक कभी भी (यमराज) काल बन सकते हैं। पिछले दिनों ऐसे सात लोगों की सड़क किनारे खड़े ट्रकों में भिडने से मौत हो चुकी है। आने वाले दिनों में कोहरे की धुंध हाईवे पर बड़ा खूनी खेल सकती है।
सावधान! नेशनल हाइवे के किनारे खड़े हैं यमराज
सावधान! नेशनल हाईवे किनारे खड़े हैं यमराजnull
सड़क किनारे ढाबों में खड़े रहने वाले ट्रकों से होते हैं हादसे
अगर आप नेशनल हाईवे पर सफर कर रहे हैं तो कोखराज से लेकर सैनी कोतवाली तक संभल कर चलिए। हाईवे किनारे ढाबों पर खड़े ट्रक कभी भी (यमराज) काल बन सकते हैं। पिछले दिनों ऐसे सात लोगों की सड़क किनारे खड़े ट्रकों में भिडने से मौत हो चुकी है। आने वाले दिनों में कोहरे की धुंध हाईवे पर बड़ा खूनी खेल सकती है।
जिले में सैनी कोतवाली व कोखराज कोतवाली के बीच करीब दो दर्जन छोटे-बड़े ढाबे हैं। सड़क चौड़ीकरण के कारण ढाबों के सामने वाहनों के पार्किंग की जगह नाम मात्र की बची है। इसकी वजह से ट्रक व जीटी रोड पर ही खड़े रहते हैं। इन ट्रकों के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। पिछले दिनों की कुछ घटनाओं का जिक्र करें तो 24 नवंबर को बलिया के टांडवा निवासी ओम जी अपनी पत्नी व चालक के साथ अर्टिगा कार से गुजराज से घर जा रहे थेे। कमासिन के समीप ढाबा किनारे खड़े ट्रक से उनकी कार पीछे से टकरा गई। हादसे में ओमजी की मौके पर मौत हो गई। जबकि पत्नी व चालक को गंभीर चोट आई थी। तीन महीने पहले कोखराज इलाके में एक प्रतापगढ़ का बाइक सवार खड़े ट्रक में टकरा गया था। हादसे में बाइक चला रहे युवक व उसकी मां गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी। छह महीने पहले इमामगंज के समीप एक युवक की ऐसे ही हादसे में मौत हुई थी। अब इन दिनों कोहरा पडने वाला है, अगर ट्रकों को हाईवे किनारे से हटाने की व्यवस्था नहीं हुई तो आने वाले दिनों में भयानक अंजाम सामने आ सकते हैं।
सावधान! नेशनल हाईवे किनारे खड़े हैं यमराजnull
सड़क किनारे ढाबों में खड़े रहने वाले ट्रकों से होते हैं हादसे
अगर आप नेशनल हाईवे पर सफर कर रहे हैं तो कोखराज से लेकर सैनी कोतवाली तक संभल कर चलिए। हाईवे किनारे ढाबों पर खड़े ट्रक कभी भी (यमराज) काल बन सकते हैं। पिछले दिनों ऐसे सात लोगों की सड़क किनारे खड़े ट्रकों में भिडने से मौत हो चुकी है। आने वाले दिनों में कोहरे की धुंध हाईवे पर बड़ा खूनी खेल सकती है।
जिले में सैनी कोतवाली व कोखराज कोतवाली के बीच करीब दो दर्जन छोटे-बड़े ढाबे हैं। सड़क चौड़ीकरण के कारण ढाबों के सामने वाहनों के पार्किंग की जगह नाम मात्र की बची है। इसकी वजह से ट्रक व जीटी रोड पर ही खड़े रहते हैं। इन ट्रकों के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। पिछले दिनों की कुछ घटनाओं का जिक्र करें तो 24 नवंबर को बलिया के टांडवा निवासी ओम जी अपनी पत्नी व चालक के साथ अर्टिगा कार से गुजराज से घर जा रहे थेे। कमासिन के समीप ढाबा किनारे खड़े ट्रक से उनकी कार पीछे से टकरा गई। हादसे में ओमजी की मौके पर मौत हो गई। जबकि पत्नी व चालक को गंभीर चोट आई थी। तीन महीने पहले कोखराज इलाके में एक प्रतापगढ़ का बाइक सवार खड़े ट्रक में टकरा गया था। हादसे में बाइक चला रहे युवक व उसकी मां गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी। छह महीने पहले इमामगंज के समीप एक युवक की ऐसे ही हादसे में मौत हुई थी