निलंबित पटवारी मोहन लाल कैवर्त द्वारा निलंबित अवधि में कर रहा फर्जीवाड़ा,यहां कई जगह पर हो रही है जमीन की हेराफेरी  ….

कोरबा /करतला/निलंबित पटवारी मोहन लाल कैवर्त द्वारा निलंबित अवधि में कर रहा फर्जीवाड़ा।फर्जी दस्तावेज बनाकर एवं शासकीय पटट्टे की करोड़ों रुपए के भुमि को पहले का दिनांक में चौहद्दी बनाकर बेचा जा रहा है

उक्त भूमि का फर्जी किसान किताब बनाकर कुटरचना से निलंबित पटवारी मोहन लाल कैवर्त द्वारा कुछ लोगों से मिलीभगत कर बेचा गया। रजिस्ट्री में केवल किसान किताब का क्रमांक डाला गया परन्तु उसकी छायाप्रति संलग्न नहीं किया गया। जिससे फर्जीवाड़े का पता न चल सके। उक्त भुमि सहेत्तर पिता- डोकरा के नाम पर दर्ज है। परन्तु पटवारी मोहन लाल कैवर्त द्वारा सहेत्तर पिता कमलाश्य के आधार कार्ड में सितम्बर 2024 में नाम बदलकर बेचा गया जबकि किसान किताब चौहद्दी सहेत्तर पिता- डोकरा  अप्रैल 2022 के दिनांक में बनाया गया।इसी प्रकार ग्राम- मदवानी में फुलोबाई एवं अन्य कि सम्मिलित खाता में 9.5 एकड़ जमीन थी। पटवारी मोहन लाल कैवर्त द्वारा फुलोबाई की जिवित रहते उनका फौती कर दिया गया एवं अन्य सभी परिवार के सदस्यों का नाम हटाकर दलालों के साथ मिलकर उक्त 3. जमीन को बेचने का प्रयास किया गया । वर्तमान पटवारी से पुछे जाने पर कहा गया कि सम्बधित मामलों में उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया जा चुका है। दलालों का फर्जी काम न होने पर उनके द्वारा वर्तमान पटवारी को डराया धमकाया जा रहा है। एवं पटवारी मोहन लाल कैवर्त द्वारा अपने नियम विरूध्द कार्य कराया जा रहा है। जिससे शासन प्रशासन की छवि खराब हो रही है, एवं राजस्व का नुकसान हो रहा है।

संबंधित मामला

विक्रेता जाहिदा बेगम पति सईदउल्ला फारूकि ग्राम-जोगीपाली

विक्रेता-पंचराम पटेल पिता सुन्दर साय पटेल रजिस्ट्री दिनांक 01/10/2024,चौहद्दी दिनांक 06/03/20243,खसरा नं -210/5 रकबा – 2.62 एकड़

उक्त भुमि शासकीय पट्टे की भूमि है। जिसकी बिक्री हेतु जिला कलेक्टर की अनुमति लेनी होती है परन्तु पटवारी मोहन लाल कैवर्त द्वारा बैक दिनांक में चौहद्दी बनाकर बेचा दिया गया,विक्रेता -सहेत्तर पिता – डोकर ग्राम- चारभार,

क्रेता , शुभम पटेल पिता हेमसागर पटेल क्रेता , पदमन पटेल पिता हेमलाल पटेल

रजिस्ट्री दिनांक ,30/10/2024,चौहद्दी दिनांक -22/04/2022

खसरा नं 678 रकबा 0.25 एकड़ 1058/1 रकबा – 0.45 एकड़

किसान किताब क्रमांक P-2634730 (द्वितीय प्रति)