जैलगांव चौक बस स्टैंड के मूत्रालय की जर्जर हालात से राहगीर व महिलाएं परेशान

दर्री जैलगांव चौक बस स्टैंड में बने महिला व पुरुष पेशाब घर जर्जर हालातों में है। इस कारण मजबूरी में यात्रियों व दुकानदारों को खुले में शौच करना पड़ता है। वहीं, महिलाओं को परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है।दुर्गंध के चलते शौचालय के अंदर कदम रखना भी मुश्किल हो गया है। इससे जैलगांव चौक बस स्टैंड की छवि तो खराब हो ही रही है, गंदगी भी फैल रही है।

यहां से प्रतिदिन स्कूल बच्चों से लेकर आम आदमी हजारों व्यक्तियों का सफर इस बस स्टैंड से होता है। जिसमें महिला पुरुष बच्चे सभी शामिल रहते हैं। लेकिन बस स्टैंड के समीप किसी को पेशाब लग जाए तो उनको उसे त्याग करने में सोचना पड़ेगा।


क्योंकि आसपास दुकानें भी हैं और पेशाब खाना का निर्माण नगर परिषद द्वारा नहीं कराया गया है। जिसके कारण लाखों रुपए से निर्मित बस स्टैंड के समीप अत्याधुनिक शौचालय में भी पेशाब घर की कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे महिला और पुरुष को इधर-उधर भटकना पड़ता है

बस स्टैंड के शौचालयों की जर्जर हालात से राहगीर व महिलाएं परेशान