400 KG वजन और 4 फीट की चाबी… अलीगढ़ के कारीगर ने बनाया राम मंदिर का ताला

6 अगस्त 2023 जैसा कि आप जानते है हाथ से बने तालों के लिए काफ़ी ज्यादा प्रसिद्ध अलीगढ़ के एक बुजुर्ग कारीगर ने अयोध्या में ही राम मंदिर के लिए 400 किलोग्राम यानी कि कुल चार क्विंटल का ताला बनाकर तैयार किया है. जान ले इस कि अगले साल जनवरी में भक्तों के लिए खुलने की भी पूरी उम्मीद है. आपकों बता दें भगवान राम के एक भक्त सत्य प्रकाश शर्मा ने ‘दुनिया का सबसे बड़ा एक हस्तनिर्मित ताला’ तैयार किया है. ओर इसके लिए उन्हें कई महीने तक कड़ी मेहनत भी करनी पड़ी.

अयोध्या पहुंचाने में आ रही है दिक्कत
जानकारी देते हुए ताला बनाने वाले कारीगर सत्य प्रकाश शर्मा बताते हैं कि हम पति-पत्नी ने मिलकर इस ताले को तैयार किया है। उन्होंने कहा कि हम पति-पत्नी चाहते हैं कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को यह ताला अर्पण करें, लेकिन अभी हमारे पैसे की कमी है। उन्होंने कहा कि उनके पास लगभग 1.5 लाख रुपए थे जो उन्होंने इसे बनाने में लगा दिए

हमारे सहयोगी ‘टाइम्स नाउ‘ की रिपोर्ट के मुताबिक, 6 इंच मोटाई का ये ताला लोहे का है। ताले का कड़ा 4 फीट का है। इसके लिए दो चाबी तैयार की गई हैं। 65 वर्षीय सत्यप्रकाश मजदूरी पर ताला तैयार करते हैं। उन्होंने कहा- इस कला को बढ़ावा देने के लिए सरकारी मदद की जरूरत है। अभी जो काम किया है। उसके लिए ब्याज में पैसे लेकर काम किया है

ताले में किए जाने हैं कई बदलाव

सत्यप्रकाश ने बताया कि अयोध्या भेजने से पहले इस ताले में कई बदलाव किए जाएंगे। जैसे बाक्स, लीवर, हुड़का को पीतल से तैयार किया जाएगा। ताले पर स्टील की स्क्रेप सीट लगाई जाएगी, जिससे उस पर जंग ना लगे। हालांकि, इसके लिए उन्हें और पैसे की आवश्यकता है, जिसके लिए वो लोगों से मदद की गुहार भी लगा रहे हैं।

सत्यप्रकाश ने बताया कि अयोध्या भेजने से पहले इस ताले में कई बदलाव किए जाएंगे। जैसे बाक्स, लीवर, हुड़का को पीतल से तैयार किया जाएगा। ताले पर स्टील की स्क्रेप सीट लगाई जाएगी, जिससे उस पर जंग ना लगे। हालांकि, इसके लिए उन्हें और पैसे की आवश्यकता है, जिसके लिए वो लोगों से मदद की गुहार भी लगा रहे हैं।

यह ताला बनाने में ही करीब 2 लाख रुपये हुए हैं खर्च

आगे सत्यप्रकाश ने बताया कि यह ताला बनाने में उन्हें लगभग 2 लाख रुपये का अभी तक खर्च आया. उन्होंने अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट को हकीकत में बदलने के लिए स्वेच्छा से अपनी पूरी सेविंग्स लगाई है. उन्होंने कहा कि चूंकि मैं दशकों से ही इस तरह के ताला बनाने का व्यवसाय कर रहा हूं, इसलिए मैंने राम मंदिर के लिए यह एक विशाल ताला तैयार करने के बारे में सोचा.उन्होंने कहा कि हमारा शहर तालों के लिए ही जाना जाता है. इससे पहले किसी ने भी ऐसा कोई ताला नहीं बनाया है. वहीं राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भी शुक्रवार को कहा कि मंदिर ट्रस्ट अगले साल 21, 22 और 23 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का समारोह करेगा, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निमंत्रण भेजा जाएगा.